हर किसी के दिल में प्यार रहे
ना कहीं कोई हथियार रहे
ना कोई किसी से युद्ध करे,
प्रगति पथ ना अवरुद्ध करे
बस इतनी सी कृपा बुद्ध करे
सब सत्य अहिंसा अपनावें
ना किसी को मारे,ना कोई मरे
कोई सच के संगति ना छोड़ें
हो सब मिथ्या के विरुद्ध खड़े
बस इतनी सी कृपा बुद्ध करे
ना मन में कोई भ्रांति रहे
चहुदिस घर -बाहर शांति रहे
सब प्रेम भाव से साथ रहे
ना कि किसीको क्रुद्ध करे
बस इतनी सी कृपा बुद्ध करे
किसी के मन में छल-छद्म न हो
ना किसके मन मे द्वेष रहे
सब का हो कल्याण सदा
सब निज मन अपना शुद्ध करे
बस इतनी सी कृपा बुद्ध करे
अन्न धन की कोई कमी न हो
समृद्ध ये भारत देश रहे
हर हृदय में प्रेम वास रहे
और समता का सुवास रहे
ना किसी के मन में क्लेश रहे
सुख शांति पूर्ण प्रदेश रहे
ना कोई किसी से युद्ध करे
बस इतनी सी कृपा बुद्ध करे।।