Poem in hindi | इश्क़ में श्याम हुए मनबारी,
इश्क़ में श्याम हुए मनबारी, गली गली चूड़ी बेचे मोहन देखन में लागे अति सोहन माथे दौरा उठा चले हैं वो देखो गिरधारी इश्क में श्याम हुए मनबारी…१चूड़ी लै बरसाने आये, सतरंगी वो चूड़ी लाये गोपिन सबको अति मन भाए किने बारी बारी इश्क में श्याम भये मनबारी…२सखियन सब मिल करे ठिठोली कान्हा बोले मीठी …